शुबमन गिल के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम में जिम्बाब्वे के खिलाफ पांच मैचों की टी201 श्रृंखला शुरू की थी जिसका लक्ष्य आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले अपना दबदबा कायम करना और अपने कौशल को निखारना है।
दूसरी ओर, जिम्बाब्वे ने अपने घरेलू मैदानों का फायदा उठाने के कोसिस में है और शक्तिशाली भारतीय टीम को परेशान कर दिया था। श्रृंखला ने विभिन्न शक्तियों और उद्देश्यों वाली दो टीमों के बीच एक रोमांचक प्रतियोगिता होने का वादा किया कर दिया था।
पहला मैच: जिम्बाब्वे ने भारत को 13 रन से हराया था:सीरीज का पहला मैच जिम्बाब्वे के हरारे में हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला गया था। भारत ने टॉस जीतकर सूखी और सुस्त दिख रही पिच पर पहले गेंदबाजी करने का फैसला कर दिया था।
रवि बिश्नोई के चार विकेटों ने जिम्बाब्वे को 20 ओवरों में 115/9 पर रोक दिया था। हालाँकि, भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करने में विफल रही और 19.5 ओवर में केवल ही 102 रन ही बना सकी थी।
तेंदई चतारा और सिकंदर रज़ा ने भारत के खिलाफ अब तक के सबसे कम स्कोर का बचाव करते हुए वह तीन-तीन विकेट ले लिए हैं हालांकि सिकंदर रजा को उनके हरफनमौला प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। जिम्बाब्वे की जीत उनके यह संकल्प और टीम के कारण वर्क का प्रमाण हो चुकी थी।
दूसरा मैच: भारत ने शानदार जीत के साथ वापसी की कर चुकी थी:दूसरा मैच भी पहले मैच में के दिन में ही, उसी स्थान पर खेला जा चुका था। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में कुल 165/5 रन बनाए थे हालांकि शुबमन गिल और यशस्वी जयसवाल ने पहले विकेट के लिए 100 रन की साझेदारी कर भारत की जीत का नींव रखी थी।
जिम्बाब्वे ने लक्ष्य का पीछा करने के लिए संघर्ष किया और 20 ओवरों में केवल ही 135/7 रन ही बना चुकी थी। रवि बिश्नोई और वाशिंगटन सुंदर ने दो-दो विकेट लेकर वह भारत को 30 रन से जीत दिलाने में मदद वह बहुत मदद किए थे। इस जीत से भारत को सीरीज 1-1 से बराबर करने में मदद मिली थी।
तीसरा मैच: भारत ने रोमांचक जीत के साथ बढ़त बना ली है:तीसरा मैच 13 जुलाई को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला गया था जिम्बाब्वे उन्होने टॉस मैच में जीतकर पहले बार बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 142/7 रन बना लिए थे। भारत ने एक गेंद शेष रहते ही लक्ष्य हासिल कर वह छह विकेट से मैच जीत दिला दी थी।
रुतुराज गायकवाड़ और संजू सैमसन ने तीसरे विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी की, जिससे भारत को खराब शुरुआत से उबरने में मदद मिली। जिम्बाब्वे के स्कोर को सीमित करने के लिए रवि बिश्नोई और खलील अहमद ने दो-दो विकेट ले लिया था।
चौथा मैच: जिम्बाब्वे ने मामूली जीत के साथ सीरीज बरकरार रखी गई थी:चौथा मैच 14 जुलाई को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला गया था. भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 158/5 रन बना लिए थे। जिम्बाब्वे ने दो गेंद शेष रहते ही लक्ष्य हासिल कर लिया और चार विकेट से मैच जीत लिया था।
सिकंदर रजा और रयान बर्ल ने पांचवें विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी की थी, जिससे कि जिम्बाब्वे को पारी के बीच में गिरावट से उबरने में मदद मिल चुका था। तेंडाई चतारा और ब्लेसिंग मुज़ारबानी ने दो-दो विकेट लेकर भारत के स्कोर को सीमित कर दिया था।
पांचवां मैच: भारत ने शानदार प्रदर्शन से जीती सीरीज:पांचवां और अंतिम मैच 15 जुलाई को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला गया था हालांकि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 180/4 रन बनाए थे। जिम्बाब्वे ने लक्ष्य का पीछा करने के लिए वह बहुत संघर्ष किया और 20 ओवरों में केवल 145/9 रन बना सका था
शुबमन गिल और यशस्वी जयसवाल ने पहले विकेट के लिए 120 रन की साझेदारी कर भारत की जीत की नींव रखी। रवि बिश्नोई और वाशिंगटन सुंदर ने दो-दो विकेट चटकाए जिससे भारत को 35 रन से जीत मिली और श्रृंखला 3-2 से जीतने में मदद मिली थी।
भारत बनाम जिम्बाब्वे श्रृंखला की समीक्षा:भारत बनाम जिम्बाब्वे टी201 श्रृंखला अलग-अलग ताकत और उद्देश्यों वाली दो टीमों के बीच एक रोमांचक प्रतियोगिता आयोजित हुई थी। पहले मैच में जिम्बाब्वे की जीत उनके दृढ़ संकल्प और टीम वर्क का प्रमाण थी। दूसरे मैच में भारत की वापसी उनके कौशल और अनुभव का प्रदर्शन थी।
श्रृंखला में कुछ उत्कृष्ट व्यक्तिगत प्रदर्शन देखने को मिले थे हालांकि जिससे पहले मैच में सिकंदर रज़ा का ऑलराउंड प्रदर्शन और पांचवें मैच में शुबमन गिल का शतक शामिल हुआ था। श्रृंखला में कुछ रोमांचक साझेदारियां भी देखी गईं, जिसमें दूसरे मैच में गिल और जयसवाल के बीच 100 रन की साझेदारी भी शामिल है।
यह श्रृंखला दोनों टीमों के लिए एक मूल्यवान सीखने का अनुभव हो चुकी थी। शुबमन गिल और यशस्वी जयसवाल सहित भारत के युवा खिलाड़ियों को बहुमूल्य अनुभव और अनुभव प्राप्त हो चुका था जबकि सिकंदर रज़ा और रयान बर्ल सहित ज़िम्बाब्वे के खिलाड़ियों ने अपने कौशल और क्षमता का 40 प्रदर्शन किया था।
भारत बनाम जिम्बाब्वे का निष्कर्ष:भारत बनाम जिम्बाब्वे टी201 श्रृंखला अलग-अलग ताकत और उद्देश्यों वाली दो टीमों के बीच यह एक रोमांचक प्रतियोगिता आयोजित कि थी जिससे कि श्रृंखला में भारत की जीत उनके कौशल और अनुभव का प्रमाण थी। जिम्बाब्वे के प्रदर्शन ने, विशेषकर पहले और चौथे मैच में, उनके दृढ़ संकल्प और टीम वर्क को प्रदर्शित किया था।